एक दिन में कितनी मात्रा में हल्दी खानी चाहिए (How Much Turmeric Should You Consume In A Day)
How Much Turmeric Should You Consume-mishry

एक दिन में कितनी मात्रा में हल्दी खानी चाहिए (How Much Turmeric Should You Consume In A Day)

पूरी दुनिया में हल्दी को मसाले के रूप में जाना जाता है लेकिन भारत में हल्दी को ऐसे पौधे के रूप में भी जाना जाता है जिसमें बहुत सारे चिकित्सा के गुण हैं। प्राचीन भारत में, हल्दी को आयुर्वेद की दवाइयों में भी इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन एक दिन में कितनी मात्रा में हल्दी खानी चाहिए?

हल्दी सबसे आम मसाला है जिसको रंग और अनोखे फ्लेवर के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके रंग के कारण हल्दी को कई करी और ग्रेवी में इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी, हल्दी के पौधे से ली जाती है। हल्दी को घर में आसानी से उगाया जाता है और बड़ी मात्रा में इस्तेमाल होने के कारण यह एशिया के कई देशों में मिलती है। हल्दी का रंग खाने में बहुत अच्छा टैक्शर लाने के साथ- साथ गर्माहट और कड़वा स्वाद लेकर आता है। हल्दी को अपना यह रंग इसमें मौजूद एक कंपाउंड से मिलता है जिसको करक्यूमिन नाम से जाना जाता है। करक्यूमिन होने के कारण ही हल्दी में चिकित्सीय गुण मौजूद हैं।

सदियों से हल्दी को घरेलू नुस्खों के लिए मुख्य सामग्री के तौर पर इस्तेमाल किया जाता आ रहा है। पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस में होने वाले दर्द और सूजन के लिए हल्दी को दवाई के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी को सोचने की क्षमता बढ़ाने के लिए, हीट बर्न और चिंता कम करने के लिए, पेट में सूजन कम करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। सही मात्रा में हल्दी इस्तेमाल करने से वजन कम करने में भी मदद करती है।

हल्दी का इस्तेमाल सबसे ज्यादा एशिया के कई देशों में करी, ग्रेवी, मेरीनेड और सजावट आदि के लिए किया जाता है। इससे खाने में अलग सा रंग आ जाता है। हल्दी को मिठाई और नमकीन खाने की चीजें बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि हल्दी बहुत कम मात्रा में खाने में डाली जाती है क्योंकि कुछ खाने में हल्दी को स्वाद से ज्यादा खाने में अच्छे रंग के लिए डाला जाता है।

How Much Turmeric Should You Consume In A Day
हल्दी को मिठाई और नमकीन चीजें बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

एक दिन में कितनी मात्रा में हल्दी खानी चाहिए? (What is the proper dosage of turmeric per day?)

पूरी दुनिया में हल्दी को मसाले के रूप में जाना जाता है लेकिन भारत में हल्दी को ऐसे पौधे के रूप में भी जाना जाता है जिसमें बहुत अच्छे चिकित्सा गुण हैं। प्राचीन भारत में, हल्दी को आयुर्वेद की दवाइयों में भी इस्तेमाल किया जाता था। आयुर्वेदिक चिकित्सा एक प्रकार की दवा है जहां डॉक्टरों का दवा के प्रति समग्र दृष्टिकोण (holistic approach) होता है और बीमारी को ठीक करने के लिए प्राकृतिक सामग्री का इस्तेमाल कर दवाई बनाई जाती है।

हल्दी में करक्यूमिन नाम का कंपाउंड पाया जाता है जो हल्दी में एंटी- इंफ्लामेट्री खूबी का कारण है। करक्यूमिन के कारण ही हल्दी में चिकित्सा के गुण पाए जाते हैं।

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हल्दी की मात्रा से जुड़ी सलाह (Recommended Dosage of Turmeric)

सेहतमंद, सही और सही मात्रा में हल्दी खाने की मात्रा की सलाह एक दिन में 500 मिली ग्राम से लेकर 2000 मिली ग्राम है। भारत में अकसर लोग 2000 मिली ग्राम से 2500 मिली ग्राम तक हल्दी का सेवन रोजाना करते हैं। सेहत से जुड़ी परेशानी दूर करने के लिए हल्दी का सेवन अर्क के रूप (extract forms) में किया जाता है और मसाले के रूप में नहीं किया जाता है। यहां पर हल्दी में करक्यूमिन की मात्रा में असर आ जाता है। हल्दी, मसाले के रूप में 3% – 5% करक्यूमिन पाया जाता है वहीं हल्दी में, चिकित्सा अर्क के रूप में 95% करक्यूमिन पाया जाता है।

हालांकि करक्यूमिन को चिकित्सा और एंटी- इंफ्लामेट्री खूबी के लिए इस्तेमाल किया जाता है, इसके बावजूद करक्यूमिन का सेवन सही मात्रा में करना चाहिए जिससे आपको इससे सिर्फ फायदे मिलें। हर एक सेहत से जुड़ी परेशानी में सही मात्रा में हल्दी का सेवन करना चाहिए। बीमारी के प्रकार पर निर्भर करता है कि हल्दी का सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए।

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हर बीमारी में हल्दी की मात्रा का सेवन अलग- अलग होता है। इसलिए किसी भी बीमारी में हल्दी का सेवन करने से पहले इस बात पर खास ध्यान दें। अनियमित रूप से हल्दी खाने से हल्दी के नुकासन भी हो सकते हैं।

जो इंसान पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस से गुजर रहा है उस इंसान को दो दिन में दो- दो बार 1000 मिली ग्राम हल्दी के अर्क का सेवन करने की सलाह दी जाती है। (चिकित्सा के रूप में हल्दी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से जरुर सलाह लें।)

How Much Turmeric Should You Consume In A Day
सेहतमंद, सही और सही मात्रा में हल्दी की मात्रा की सलाह एक दिन में 500 मिली ग्राम
से लेकर 2000 मिली ग्राम है।

जो लोग हाई कोलेस्टॉल लेवल से गुजर रहे हैं उन लोगों को एक दिन में 1400 मिली ग्राम हल्दी के मेडिकल अर्क का सेवन करने की सलाह दी जाती है।*

जो लोग त्वचा में खुजली और धब्बों की परेशानी से गुजर रहे है उन लोगों को एक दिन में 1500 मिली ग्राम हल्दी के मेडिकल अर्क का सेवन करने की सलाह दी जाती है।*

जिन लोगों को सूजन से जुड़ी बीमारी है उन लोगों को एक दिन में 1000 मिली ग्राम हल्दी के मेडिकल अर्क का सेवन करने की सलाह दी जाती है।*

*(चिकित्सा के रूप में हल्दी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से जरुर सलाह लें।)

हल्दी खाने का बेस्ट तरीका (Best way to consume turmeric)

हल्दी को अगर दवाई के रूप में खाना है तो इसको काली मिर्च के साथ पावर- पैक दवाई बनाकर ले सकते हैं। जब हल्दी और काली मिर्च को मिलाया जाता है तब यह कई बीमारी को ठीक करने में मदद कर सकते हैं। हल्दी और काली मिर्च के मिलने का मतलब है- दो ताकतवर सामग्री का मिलना, जिससे दवाई कुशल तरीके से काम करती है और बीमारी जल्दी ठीक हो जाती है।

काली मिर्च जब हल्दी के साथ मिलती है तब यह हल्दी के अर्क को आंत में सूजन वाली जगह अच्छे से जाने में मदद करती है। करक्यूमिन में हल्दी के अर्क को खुद से आंत तक ले जाने की क्षमता नहीं होती है। यहां पर काली मिर्च अपना काम करती है और हल्दी के अर्क को आंत तक ले जाने में मदद करती है।

यह भी पढ़ें- हल्दी और करक्यूमिन में क्या अंतर है (What Is The Difference Between Turmeric And Curcumin)

अगर आप हल्दी को दवाई के रूप में खा रहे हैं तो इस बात पर ध्यान रखें कि हल्दी का अर्क आपकी आंत तक पहुंचे। अगर यह आपकी आंत तक नहीं पहुंच पा रहा है तो इसका सेवन करना बेकार है।

किसे ध्यान रखान चाहिए? (Who should take care?)

हल्दी का सेवन उन लोगों को नहीं करनी चाहिए जो पहले से ही दवाई ले रहे हैं।

  • गर्भवति महिलाओं और शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं को हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इन स्थिति से जुड़े हल्दी के फायदे को लेकर किसी तरह के सबूत नहीं हैं।
  • जिन लोगों को पित्ताशय का रोग (gall bladder disease) है उन लोगों को हल्दी के अर्क का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे पित्ताशय सिकुड़ जाएगी और यह बीमारी और खराब हो जाएगी।
  • जिन लोगों को रक्तस्राव विकार (bleeding disorders) है उन लोगों को हल्दी के अर्क का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि अर्क से ब्लड क्लोटिंग प्रोसेस बिगढ़ सकता है।
  • जिन लोगों को आयरन की कमी है उन लोगों को हल्दी के अर्क का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि हल्दी का अर्क आयरन को अब्जॉर्ब कर लेगा और स्थिति और बुरी हो सकती है।
  • जिन लोगों को डायबटीज है उन लोगों को हल्दी के अर्क का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ब्लड शुगर लेवल नीचे गिर सकता है।
  • अधिक मात्रा में हल्दी के अर्क का सेवन करने से किडनी में पथरी बन सकती है। जब हाई ऑक्सीलेट हल्दी का अर्क कैल्शियम के साथ मिल जाता है तब पथरी बन जाती है।
How Much Turmeric Should You Consume In A Day
हल्दी का सेवन उन लोगों को नहीं करनी चाहिए जो पहले से ही दवाई ले रहे हैं।

आयुर्वेदिक दवाई- हल्दी को चुनने से पहले इन बातों का रखें ध्यान (Things to keep in mind before opting for the Ayurvedic medicine– turmeric)

मार्केटिंग कंपनी प्राकृतिक हल्दी के इस्तेमाल से कई प्रोडक्ट खरीदने का लालच ग्राहकों को दे सकती हैं। इनके प्रोडक्ट में बहुत कम मात्रा में हल्दी का अर्क होगा और प्रोडक्ट को लेकर दावा करेंगे कि इस प्रोडक्ट में हल्दी है जो सूजन कम करने में मदद करती है।

कम मात्रा में हल्दी होने के बावजूद यह आपको बताएंगे कि इसमें हल्दी होने के कारण सूजन कम करने में मदद करता है। सच्चाई यह है कि इन प्रोडक्ट में बाकी की हानिकारक सामाग्री भी हो सकती है जो आपके शरीर को नुकसान पहुंचा सकती है। विक्रेता द्वारा किसी भी प्रकार के शोषण से बचने के लिए हल्दी खरीदने से पहले इसकी क्वालिटी और इसमें इस्तेमाल की गई सामग्री के बारे में अच्छे से जानकारी प्राप्त कर लें।

संदर्भ

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